share market in hindi
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Share Market in Hindi.
नहीं नहीं मुझसे लिखने में कोई गलती नहीं हुई है।


आपको शायद यकीन नहीं होगा लेकिन यह बात सच है।


शेयर बाजार में 4 रुपए वाला शेयर महँगा और 5000 रुपए वाला शेयर सस्ता हो सकता है।


क्या आप इसके पीछे का कारण जानना चाहेंगे ? तो आखिर तक पढ़ते रहीए।


आज हम इस बात को एक उदाहरण से समझेंगे।


लेकिन इस से पहले मुझे इस सवाल का जवाब दीजिए।

 

आप 10 हजार रुपए निवेश करने के लिए 4 रुपए वाले 2500 शेयर खरीदोगे या 5000 रुपए वाले 2 शेयर खरीदोगे ? Share Market in Hindi.

दिल से सच बताना हा।

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4 रुपए वाले 2500 शेयर ना ?

अगर यह आप का जवाब है, तो आप गलती कर रहे है।


क्युकी इसमें आप सिर्फ शेयर की किमत ही देख रहे है, उसके पीछे की कंपनी को नहीं देख रहे है।


क्या आपने कभी कपड़े या जुते जैसी चीज़े सिर्फ उसका दाम देखकर ही खरीदी है ?


नहीं ना ?


हम जब भी ऐसी कोई वस्तु खरीदते है, तब हम उसका दाम ,उसकी Quality और उसके Colour के साथ और भी बहुत सी चीज़े देखते है ना ?


तो फिर शेयर हम सिर्फ उसका दाम देख कर ही क्यु खरीदते है?


इसका कारण है, शेयर की Quality को हम कपड़ो या जुतो की तरह सीधे ही नहीं देख सकते।


शेयर की Quality जान ने के लिए हमें उसके पीछे की Company के व्यापार और उसकी आर्थिक स्थिति को समझना होता है।


फिर उसके अनुसार हमें यह समझना होगा की उस शेयर का दाम सस्ता है या महंगा।


ना की सीधा दाम जानकर।


लेकिन समस्या यह है, की इन सभी चीज़ो को जान ने के लिए किसी भी व्यक्ति को Fundamental Analysis सीखना पड़ता है।


जो ज्यादातर लोगो के लिए बहुत Boring होता है।


लेकिन क्या आप जानते है,की सिर्फ 2 चीज़ो को देखने से भी हम यह पता लगा सकते है, की कौनसी कंपनी का शेयर सस्ता है और कौनसी का महंगा ?


यह चीज़े है, Debt to Equity Ratio और EPS.

 

उदाहरण :


हम दो अलग कंपनीओ के बारे में ऊपर बताई गई 2 चीज़ो को जानकर अनुमान लगाने का प्रयास करेंगे की कौनसी कंपनी महंगी साबित हो सकती है।

Company NameSuzlon Energy LtdBharat Rasayan Ltd
Share
Price
Rs. 4 / ShareRs. 5000/share
BusinessManufacturing Wind Turbine Generator and Related BusinessManufacturing of Agro chemicals
Debt to EquityNot Applicable due to negative reserves0.6
EPS-2.43 360
Number of Share532 crore42.48 Lakh

ऊपर दी गई जानकारी से आप समझ गए होंगे की हमने यहाँ पर Suzlon Energy Ltd और Bharat Rasayan Ltd का उदाहरण लिया है।

हलाकी यह दोनों ही अलग अलग Sector की कंपनियां है।


Suzlon Energy Ltd Wind Turbine Supplier है और इस से जुड़ा काम करती है।


जबकि Bharat Rasayan एक Agro Chemicals बनाने वाली कंपनी है।


इस लिए हम वैसे तो इन की तुलना नहीं कर सकते।


लेकिन यहाँ मेरा मकसद आपको इन दोनों के व्यापार को बताना नहीं है।


बल्कि सिर्फ शेयर के दाम को न देखकर उसके पीछे की कंपनी की स्थिति को देखना चाहिए यही समझाना है।


इस लिए हम इनकी तुलना कर सकते है।


अब हम एक एक करके इन दोनों चीज़ो की तुलना करते है।

 

1) Debt to Equity : Share Market in Hindi


यह एक Ratio है, जो हमें कंपनी में निवेशक के 1 रुपए पर कितने रुपए क़र्ज़ है वह बताता है।


ऊपर दी गई जानकारी में से हम देख सकते है, की Bharat Rasayan के लिए यह Ratio 0.6 है।


यानि Bharat Rasayan में निवेशक के 1 रुपए पर 60 पैसा क़र्ज़ का है।


जो की Limit में है।


हम यह जानते है, की अगर किसी कंपनी को बंध करना पड़े तो उसमे से पैसा सबसे पहले उसके कर्ज़दारो को दिया जाता है।


इस लिए अगर इस कंपनी को बंध करना पड़ेगा तब क़र्ज़ दारो को पैसा देने के बाद भी कंपनी के पास 40 % पैसा बचेगा।


लेकिन Suzlon के लिए Debt to Equity की बात क्या करे उसके पास Reserves भी Negative में है।


और इसके आलावा 9624 करोड़ के क़र्ज़ के हिसाब से प्रति शेयर 18 रुपए का क़र्ज़ है।

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इतनी तो उसके वह एक शेयर की कीमत भी नहीं है।


इस लिए अगर Suzlon को बंध करना पड़ जाए तो शेयर धारको की तो बात छोड़ ही दो उसके कर्जदारों को भी पैसे नहीं मिलेंगे।

 

2) Earnings Per Share :


Earnings Per Share का मतलब है, प्रति शेयर पर कंपनी की कमाई।


हम देख सकते है, की Bharat Rasayan के लिए यह EPS 360 रुपए है।


यानि Bharat Rasayan का एक शेयर जिसकी किमत आज 5000 रुपए है, उस पर उसकी कमाई 360 रुपए है।


जबकि Suzlon के लिए उसका EPS -2.43 रुपए है।


हलाकि किसी कंपनी को loss होने पर उसकी EPS को नहीं गिना जाता लेकिन यहाँ पर एक शेयर पर कंपनी का Loss कितना है, यह बताने के लिए मैंने यह गिना है।


जो है, -2.43 रुपए। यानि Suzlon को प्रति शेयर 2.43 रुपए का नुकसान हुआ।


जबकि उसके वही एक शेयर की किमत ही 4 रुपए है।


यानि कंपनी को 4 रुपए देने पर निवेशक को Profit के बदले 2.43 रुपए का Loss हो रहा है।


अगर इन दोनों चीज़ो के अनुसार Suzlon की बात करे तो उसने प्रति शेयर 2.43 रुपए का नुकसान किया है और उस एक शेयर पर 18 रुपए का क़र्ज़ है।


जबकी Bharat Rasayan ने प्रति शेयर 360 रुपए कमाई की और उसके एक शेयर के ऊपर सिर्फ 582 रुपए क़र्ज़ है।


तो अब यह सब जानकर आप किस को महंगा कहेंगे ?


4 रुपए वाले Suzlon को ही ना ?


आपका जवाब हमें Comment में जरूर बताए।


तो क्या अब आप समझ गए है, की शेयर बाजार में कैसे 4 रुपए वाला शेयर महंगा और 5000 रुपए वाला शेयर सस्ता हो सकता है ?


यह भी पढ़े : 3 Tips जो आपके लाखो रुपए शेयर बाज़ार में डूबने से बचा सकते है।

दोस्तों उम्मीद करता हु की आप आज के बाद किसी भी शेयर में सिर्फ शेयर के दाम को देखकर निवेश नहीं करेंगे।


बल्की उसके पीछे की कंपनी की स्थिति और उसके व्यापार को भी देखेंगे।

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Disclaimer : यहाँ पर लिए गए Suzlon और Bharat Rasayan के उदहारण सिर्फ आपको समझाने के लिए लिए गए है। में यहाँ पर किसी भी कंपनी की बुराई या अच्छाई नहीं कर रहा हु। 
 
मेरा उदेश सिर्फ आपको यही समझाना है, की सिर्फ किसी शेयर का दाम देखकर ही उसमे निवेश नहीं करना चाहिए। 
 
और में कोई भी SEBI Registered निवेश सलाहकार नहीं हु।

इस लिए कोई भी निवेश अपने निवेश सलाहकार की सलाह पर ही करे। 
 
धन्यवाद। 
 

By Gaurav

Gaurav Popat एक निवेशक, ट्रेडर और ब्लॉगर है, जो की शेयर बाज़ार मे बहुत रुचि रखता है। वह साल 2015 से शेयर बाज़ार मे है। पिछले 7 साल मे खुद अलग अलग जगह से सीख कर और अनुभव के आधार पर शेयर बाज़ार और निवेश के विषय मे यहा पर जानकारी देता है।