income statement kya hai?
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Profit and Loss Statement का उदाहरण।

पिछली पोस्ट में हमने D’Mart के Profit and Loss Statement को Profit Before Tax तक जाना था।

अगर आपने वह पोस्ट नहीं पढ़ी हो तो आप ऊपर दी गई लिंक से उसे पढ़ सकते है।

आज हम बाकि के Profit and Loss Statement को समझेंगे।

 

D’Mart Profit and Loss Statement Part 2 :

Profit Before Tax के बाद आता है,

 

Tax Expense :

Profit and Loss Statement

इन Tax Expense में पहला है,

 

Current Tax :

Current Tax वो टैक्स है, जो की इस साल (यानी की FY18) की कमाई पर लगता है।

D’Mart के लिए वह Current Tax है, 417.16 करोड़

इसके बाद है,

Adjustment of tax related to earlier periods :

अगर पिछले साल Financial Statements में कोई गलती हो गई हो उसको इस साल Adjust करने के लिए  Adjustment of tax related to earlier periods का उपयोग होता है।

जैसे यहाँ पर D’Mart के उदाहरण में 0.49 करोड़ का किया गया है।

इसके बाद है,

Deferred tax charge/(credit) :

Deferred Tax वह टैक्स है, जो कंपनी ने पिछले साल यानी (FY 17) में भर दिया था।

जिस से वो टैक्स इस साल फिर से न भरना पड़े इसके लिए इस Deferred Tax को Tax Expenses से घटाया जाता है।

कुछ संजोगो में Deferred Tax घटाया भी जा सकता और कुछ में जोड़ा भी जा सकता है।

दोनों ही स्थिति अलग अलग होती है।

इन दोनों ही स्थिति और Deferred Tax को भी हम आगे आने वाले दिनों में विस्तार से जानेंगे।

अभी D’Mart के उदाहरण में Deferred Tax है 5.44 करोड़, जो की Tax Expense से घटाया गया है।

यानी D’Mart ने यह 5.44 करोड़ का टैक्स पिछले साल पहले से ही भर दिया था।

इन सब Taxes को जोड़कर बनता है,

 

Total Income Tax Expense :


यह वो Tax है, जो कंपनी को इस साल भरना है।

यहाँ पर D’Mart के उदहारण में Total Income Tax Expense है, 411.22 करोड़

जिसे Profit Before Tax में से घटाना होता है।

 

Profit for the year :


Profit for the year यह वो मुनाफा है, जो कंपनी को मिलता है।

Profit and Loss Statement

इसमें से Tax भी कट जाने के कारण इसे Profit After Tax , PAT या फिर कई बार इसे Bottom Line भी कहा जाता है।

लेकिन इसमें से Other Comprehensive Income को जोड़ा या घटाया जाता है।

 

Other Comprehensive Income :

Other Comprehensive Income का सीधा मतलब है, कंपनी की ऐसी Income जो सीधे सीधे कंपनी का Profit या Loss नहीं है।

जैसे कंपनी ABC ने 1 साल पहले 100 करोड़ में कोई जमीन खरीदी थी , अब एक साल के बाद कंपनी ने जब उस जमीन की कीमत पता की तो वह 110 करोड़ हो गई है।

अब इस स्थिति में कंपनी की उस जमीन की कीमत 10 करोड़ से बढ़ गई जो एक तरह की Income ही है।

ऐसा सिर्फ जमीन के लिए ही नहीं बल्कि बहुत सी संपत्ति के लिए होता है।

हलाकि कंपनी ने अब तक यह जमीन बेचीं नहीं है, इस लिए उसे सीधे Profit या Loss में नहीं जोड़ा जाता।

इस लिए इस Income को Other Comprehensive Income कहा जाता है।

और अगर उस संपत्ति के दाम कम हो गए तो उसे भी Other Comprehensive Income में Loss के तौर पर बताया जाता है।

Profit For The Year में Other Comprehensive Income का Adjustment करने के बाद जो Income मिलती है, उसे Total comprehensive income for the year कहते है।

D’Mart के उदाहरण में कंपनी की Total comprehensive income for the year है, 784.13 करोड़

इसके बाद आता है,

 

Earning Per Share :

Earning Per Share प्रत्येक शेयर पर कंपनी की कमाई है।

इस को EPS भी कहा जाता है।

उदहारण के तौर पर अगर कंपनी ने 100 करोड़ शेयर जारी किए है, और इस साल का उसका मुनाफा 200 करोड़ है, तो उसका

EPS = Total Income / Number of outstanding Shares

EPS = 200 करोड़ /100 करोड़ = 2 रुपए

यानी वह कंपनी अपने प्रत्येक शेयर पर 2 रुपए कमाती है।

D’Mart के उदाहरण में

EPS = 784.13 करोड़ / 62.4 करोड़ = 12.57 रुपए है।

किसी भी कंपनी ने कितने शेयर, बाजार में जारी किए है, इसका पता हम Company के Share Capital में उसकी Face Value का भाग दे कर निकाल सकते है।

Share Capital वो कुल पैसा है, जो कंपनी ने अपने शेयर बेचकर इकठ्ठा किया है।

और Face Value किसी भी शेयर की मूल कीमत यानी उसके Certificate में लिखी कीमत है, जिसे कंपनी बनाते वक्त रखा गया था।

इस लिए Share Capital में Face Value का भाग देने से कंपनी ने जारी किए हुए शेयर की संख्या पता चलती है।

कंपनी की Share Capital उसकी Balance Sheet से पता चलती है, जो हम आने वाले दिनों में समझेंगे।

अब D’Mart का Share Capital है, 624 करोड़ और उसकी Face Value है, 10 रुपए

इस लिए उसके number of shares होंगे 62.4 करोड़

इस EPS को Basic EPS भी कहा जाता है।

अगला और आखरी है,

Diluted EPS :

कुछ संजोगो में कंपनी के शेयर बढ़ जाते है।

जैसे अगर कंपनी ने अपने Employees को Stock Options दे रखे है, या अगर कंपनी ने कोई Convertible Preference Share Issue किए हो।

या फिर कंपनी ने कोई Convertible Debentures issue किए हो तब ऐसा हो सकता है।

(डरिए मत इसके बारे में भी हम आने वाले दिनों में जरूर समझेंगे।)

अगर शेयर की संख्या तो बढ़ जाती है, तो उतनी ही Total comprehensive income for the year पर प्रत्येक शेयर की कमाई कितनी होगी इसे कहते है, Diluted EPS .

और यह Diluted EPS D’Mart के लिए है, 12.41 रुपए होगा।

अब एक निवेशक के तौर पर हमें हमेशा Diluted EPS को ही देखना चाहिए ना की Basic EPS को।

Profit and Loss Statement

 

दोस्तों में कोई Finance के Background से तो नहीं हु लेकिन फिर भी मैंने बहुत ही आसान तरीके से D’Mart के Profit & Loss Statement को समझाने की कोशिस की है।

उम्मीद करता हु मेरी इस कोशिस से आपको Profit and Loss Statement समझ में आ गया होगा।

By Gaurav

Gaurav Popat एक निवेशक, ट्रेडर और ब्लॉगर है, जो की शेयर बाज़ार मे बहुत रुचि रखता है। वह साल 2015 से शेयर बाज़ार मे है। पिछले 7 साल मे खुद अलग अलग जगह से सीख कर और अनुभव के आधार पर शेयर बाज़ार और निवेश के विषय मे यहा पर जानकारी देता है।