Current Ratio in HIndi
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Current Ratio in Hindi

पिछली पोस्ट में हमने Interest Coverage Ratio के बारे में जाना था।

आज हम एक और बहुत ही जरुरी Ratio के बारे में जानेंगे

जो है, Current Ratio.

 

क्या है Current Ratio ? (Current Ratio in Hindi)


हम Assets और Liabilities के बारे में जानते वक्त Current Assets और Current Liabilities के बारे में जान चुके है।

Current Assets कंपनी की वह संपत्ति है, जिसे हम 1 साल में Cash में बदल सकते है।

जैसे कंपनी के पास तैयार हो चुकी प्रोडक्ट्स जो सिर्फ बेचना ही बाकि है।

उनको बेचकर 1 साल के अंदर ही पैसा मिल सकता है। Current Ratio in Hindi

ऐसी ही कई और भी कम समय की संपत्ति है, जैसे कंपनी ने 1 साल या उस से कम समय के लिए किसी को दिया हुआ क़र्ज़ आदि।

संपत्ति के अलावा कंपनी के पास कम समय के दायित्व भी होते है।

जैसे कंपनी को 1 साल के अंदर किसी को पैसा चुकाना हो तो वह आता है।

ऐसे में यह जानना बहुत जरुरी है, की क्या कंपनी अपने Current Assets से अपनी Current Liabilities चूका सकती है या नहीं।

इसके लिए कंपनी के Current Assets कंपनी की Current Liabilities से ज्यादा होने चाहिए।

और इसको खोजने के लिए ही Current Ratio का प्रयोग होता है।

यह हमें बताता है, की कंपनी के Current Assets उसकी Current Liabilities से कितने ज्यादा है ?

तो आइए जानते है, Current Ratio in Hindi

 

क्या है Current Ratio Formula ?


किसी भी कंपनी के Current Assets को उसकी Current Liabilities से विभाजीत करने से हमें उस का Current Ratio मिलता है।

Current Ratio


Current Assets और Current Liabilities को हम किसी भी कंपनी की Balance Sheet में से पता कर सकते है।

यह Balance Sheet हम उस कंपनी की वेबसाइट में Investor Relation के Section में दिए गए Annual Report में से खोज सकते है।

कंपनियां हर वित्तीय वर्ष ख़त्म होने के बाद उनका पूरा Annual Report देती है।

यह Annual Report खुद की website के आलावा Stock Exchanges पर भी Submit करती है।

इस Annual Report में कंपनी के तीन महत्व पुर्ण Statements Profit & Loss Statement , Balance Sheet और Cash Flow Statement होते है। Current Ratio in Hindi

इसके अलावा कंपनी के Future Plans क्या है, उसकी जानकारी भी देती है।

Annual Report के बारे में ज्यादा बात फिर कभी करेंगे।

अभी हम देख लेते है,

 

Current Ratio का एक उदहारण :


कंपनी ABC के लिए Current Assets है, 250 करोड़ और उसकी Current Liabilities है, 100 करोड़

अब उसके लिए Current Ratio = 250 करोड़ / 100 करोड़ = 2.5

यानी कंपनी के पास 1 रुपए की Current Liabilities को चुकाने के लिए 2.5 रुपए है।

इस से हमें पता चलता है, की कंपनी आसानी से अपनी सारी Current Liabilities चूका सकती है।

जो की बहुत अच्छी बात है। Current Ratio in Hindi

किसी भी कंपनी के लिए Current Ratio 1 से ज्यादा होना बहुत जरुरी है।

Current Ratio


जिस से एक निवेशक के रूप में हम यह जान सकते है, की कंपनी कम समय में भी अपनी सारे दायित्व चूका सकती है।

और कंपनी को Working Capital के लिए क़र्ज़ लेने की जरुरत नहीं है। क्यूकी कर्ज़ एक एसी चीज़ है, जिसको अगर आप सही से उपयोग कर पाए और limit मे रख पाए तो आपको बड़ा पैसा बनाने मे मदद करती है। लेकिन अगर आप सही से Manage नहीं कर पाए और Limit मे नहीं रख पाए तो पूरी कंपनी को ले डूबेगा।

तो दोस्तों यह थी Current Ratio के बारे में जानकारी। Current Ratio in Hindi

उम्मीद करता हु की यह जानकारी आपके लिए बहुत उपयोगी साबित होगी।

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By Gaurav

Gaurav Popat एक निवेशक, ट्रेडर और ब्लॉगर है, जो की शेयर बाज़ार मे बहुत रुचि रखता है। वह साल 2015 से शेयर बाज़ार मे है। पिछले 7 साल मे खुद अलग अलग जगह से सीख कर और अनुभव के आधार पर शेयर बाज़ार और निवेश के विषय मे यहा पर जानकारी देता है।