Arbitrage Fund meaning in Hindi
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Open Ended Mutual Funds.

आज हम जानेंगे की Open Ended Mutual Funds क्या होते है ? और Closed Ended Mutual Funds से वे कैसे अलग है ?

और साथ में यह भी देखेंगे की दोनों में से निवेशक को किस में ज्यादा लाभ होते है।

Open Ended Mutual Funds क्या होते है ?

Open Ended Mutual Funds कुछ और नहीं बल्कि म्यूच्यूअल फंड्स का एक प्रकार ही है।

यह प्रकार म्यूच्यूअल फंड में Entry और Exit की स्थिति के अनुसार बनाए गए है।

Open Ended Mutual Funds उसके नाम की तरह Open ही होते है।

यानि इन फंड्स में निवेशक कभी भी निवेश के लिए Entry कर सकते है और कभी भी बहार निकल सकते है।

बहुत जल्द निवेशक निकल न जाए इसके लिए कोई निश्चित समय (जैसे 1 साल) से पहले निकलने पर Exit Load के तौर पर कुछ चार्ज देना पड़ता है।

यह चार्ज आम तौर पर 1 % का होता है।

बाजार में उपलब्ध ज्यादातर फंड्स Open Ended Funds ही होते है।

लेकीन अगर किसी ओपन एंडेड फंड्स में बहुत ज्यादा राशि जमा हो जाए तो उस फंड में नया निवेश बंध भी किया जा सकता है।

 

Closed Ended Mutual Funds क्या होते है ?


Closed Ended Funds ऐसे म्यूच्यूअल फंड्स होते है जिनमे हमेशा Entry या Exit संभव नहीं है।

यह फंड्स किसी निश्चित समय अवधि के लिए ही होते है।

इनमे NFO के समय ही निवेश किया जा सकता है और इसकी निवेश की अवधि ख़त्म होने पर ही बहार निकला जा सकता है।

 

Open Ended Mutual Funds, Closed Ended Funds से कैसे अलग है ?


Open Ended Funds की कुछ विशेषताए है जो उसे Closed Ended Funds से अलग बनती है।

 

यह विशेषताए कुछ इस प्रकार है :

 

  • ओपन एंडेड फंड्स में कभी भी Entry और Exit किया जा सकता है। जबकी क्लोज्ड एंडेड फंड्स में निश्चित समय के दौरान ही Entry या Exit संभव है।
  • म्यूच्यूअल फंड्स कंपनी द्वारा ओपन एंडेड फंड्स में कितने भी Units को बेचा जा सकता है। जबकी क्लोज्ड एंडेड फंड्स में कंपनी द्वारा निश्चित यूनिट्स से ज्यादा यूनिट्स नहीं बेचे जा सकते।
  • ओपन एंडेड फंड हमेशा चलते रहते है। जबकी क्लोज्ड एंडेड फंड्स निश्चित अवधि के लिए ही होते है।
  • Open Ended Mutual Funds सिर्फ म्यूच्यूअल फंड कंपनी को ही बेचे जा सकते है। जबकी क्लोज्ड एंडेड फंड्स स्टॉक एक्सचेंज पर भी बेचे जा सकते है। इसका एक कारण फंड्स में तरलता (Liquidity) जारी रखना है।
  • ओपन एंडेड फंड्स के एसेट का मूल्य, यूनिट्स की लगातार खरीद बिक्री और निवेश की गई सिक्योरिटी के दाम बदलने से बदलती है। जबकी क्लोज्ड एंडेड फंड्स में सिर्फ निवेश की गई सिक्योरिटी के दाम बदलने पर ही एसेट का मूल्य बदलता है।
  • ओपन एंडेड फंड्स में कुछ हिस्सा हमेशा ही नकद में होता है। जिस से यूनिट बेचने वाले को तुरंत ही पैसा पहुंचाया जा सके। जबकी क्लोज्ड एंडेड फंड्स में निश्चित समय से पहले यूनिट्स बेचना संभव न होने से नकद रखने की जरुरत नहीं होती।
  • SIP , STP या SWP के द्वारा ओपन एंडेड फंड्स में निवेश किया जा सकता है। जबकी क्लोज्ड एंडेड फंड्स में सिर्फ Lump Sum निवेश ही संभव है।
  • ओपन एंडेड फंड्स में फंड डिस्ट्रीब्यूटर या एजेंट को कमीशन कम मिलता है। जबकी क्लोज्ड एंडेड फंड्स में फंड डिस्ट्रीब्यूटर को कमीशन अच्छा खाशा मिलता है।

 

कौनसा फंड बेहतर है ?

मेरे अनुसार ऊपर दी गई विशेषताओं के आधार पर आम निवेशक के लिए Open Ended Mutual Funds ही बेहतर है।

क्युकी क्लोज्ड एंडेड फंड्स में निवेशक को एकमुश्त (Lump Sum) ही निवेश करना पड़ेगा।

जबकी ओपन एंडेड फंड्स में SIP के द्वारा भी निवेश संभव है।

इसी वजह से निवेशक छोटी राशि से भी निवेश कर सकते है।

और ओपन एंडेड फंड्स में फंड एजेंट को कमीशन भी कम मिलता है।

जबकी क्लोज्ड एंडेड फंड्स में एजेंट को ज्यादा कमीशन मिलता है।

इसी वजह से फंड डिस्ट्रीब्यूटर आपसे क्लोज्ड एंडेड फंड्स खरीदने का प्रस्ताव रख सकते है।

लेकिन सिर्फ डिस्ट्रीब्यूटर कह रहा है इसी वजह से क्लोज्ड एंडेड फंड्स न ख़रीदे।

अपने लिए किस तरह का म्यूच्यूअल फंड अच्छा है वह जानकर ही कोई भी म्यूच्यूअल फंड खरीदे।

उम्मीद करता हु दोस्तों आपको Open Ended Mutual Funds के बारे में समझ आ गया होगा।

यदि इस विषय में आपका कोई सवाल है तो आप हमें Comment में पूछ सकते है।

अगर आपको हमारी यह जानकारी अच्छी लगे तो इसे अपने दोस्तों के साथ अवश्य Share करे।

By Gaurav

Gaurav Popat एक निवेशक, ट्रेडर और ब्लॉगर है, जो की शेयर बाज़ार मे बहुत रुचि रखता है। वह साल 2015 से शेयर बाज़ार मे है। पिछले 7 साल मे खुद अलग अलग जगह से सीख कर और अनुभव के आधार पर शेयर बाज़ार और निवेश के विषय मे यहा पर जानकारी देता है।